संस्कृत भारती राजस्थान क्षेत्र के प्रशिक्षण शिविर अजमेर में आज अखिल भारतीय महामंत्री श्री श्रीश देवपुजारी ने कहा कि संस्कृत भारत की आत्मा है। संस्कृत ही भारत का भविष्य है
। संस्कृत में विभिन्न ग्रंथों में संयमित जीवन, परोपकार मय जीवन व पर्यावरण की सुरक्षा इत्यादि पर विशेष जोर दिया गया है । उन्होंने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण देते हुए कहा कि संस्कृत पढ़ने के कारण भारत के प्रधानमंत्री पद पर होते हुए भी सामान्य जीवन संयमित जीवन त्यागमय जीवन उन्होंने अपनाया अतः हम सभी को संस्कृत को अपने जीवन में उतारना चाहिए अपनाना चाहिए।