वरसाला के करमदिया मे विराजे पांडवो के समय से भोलेनाथ गंगेश्वर महादेव, नीचे चौबिस घंटे बहता है गंगा कुण्ड
प्राकृतिक वातावरण के बिच हर साल वैशाख पूर्णिमा पर होता है भंडारा
कुशलगढ क्षेत्र के पाटन छोटी सरवा के बिच वरसाला पंचायत के करमदिया गांव मे पांडवो के समय से भोलेनाथ विराजमान है पांस मे नीचे पत्थर व चट्टानो के बिच गोरीकुंड गंगा कुंड चौबिसो घंटै बारह माह स्वत ही बहता रहता है उक्त स्थान को गंगेश्वर महादेव और क्षेत्र मे सत्यनारायण कथा की अलख जगाने वाले कुशलगढ निवासी स्वर्गीय नारायण व्यास की तपोभूमि के रुप मे जाना जाता है कुशलगढ रतलाम मार्ग पर करणघाटी फंटे से कुछ पहले उत्तर दिशा मे कच्ची सडक से दो किमी दूर उक्त स्थान है जहा प्राचीन शिवलिंग के साथ गंगा कुंड बना हुआ है यह स्थान नारयण गुरु की तपोभूमि है जहा कर्मदेशवर महादेव मंदिर के साथ ,धूणी और गुरु नारायण की प्रतिमा स्थापित है हरसाल वैशाख पूर्णिमा को परिसर मे भ़डारा प्रसादी का आयोजन किया जाता है वर्तमान मे सेवा पूजा कर रहे प्रेमसिंह डामोर ने बताया कि यहा वर्ष 2013 मे एक व्यास पीठ से सात दिवसीय भागवत और शिवपुराण के साथ 11, कु़डीय यक्ष आयोजन किया जा चुका है यहा पांडवो के समय की प्राचीन धरोहर आज भी मौजूद है जिसकी सेवा पूजा वो और उनका परिवार पीढी दर पीढी करते आ रहे है।
विडियो
कुशलगढ की वरसाला पंचायत के करमदिया गांव मे पांडवो के द्वारा स्थापित शिवलिंग व लगातार बहता गौरीकुंड