*कुशलगढ़ *गुरु के प्रति समर्पण की भावना होनी चाहिए**आचार्य विजय नित्य सेन सुरीजी*
*कुशलगढ़ 
*गुरु के प्रति समर्पण की भावना होनी चाहिए*
*आचार्य विजय नित्य सेन सुरीजी*
*ललित गोलेछा की रिपोर्ट*
स्थानीय केसरिया नाथ मंदिर जैन आराधना भवन में *धर्मसभा को प्रवचन देते हुए आचार्य विजय नित्य सेन सूरी जी* ने कहा के गुरु के प्रति सच्ची श्रद्धा समर्पित भाव से हम उनके उपदेश और आदेश आदेशों की पालना करें गुरु की आज्ञा सर्वोपरि माने गुरुदेव ने कहा कि गुरु हमेशा अपने शिष्य का मंगल सोचता है गुरु हमारे जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता दिखाता है गुरु अपने श्रावक श्राविका की सफलता की ऊंचाइयों को छूता है तो सबसे ज्यादा खुशी गुरु को होती है इस प्रकार नदी को पार करने के लिए नाव नाविक की जरूरत होती है उसी प्रकार सांसारिक जीवन मैं गुरु की आवश्यकता महत्वपूर्ण है
गुरुदेव ने क्षेत्र की खुशहाली की कामना करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में अच्छे भाव से परोपकारी कार्य करना चाहिए
*धर्म सभा में निपुण विजय श्री* म ह ने कहा कि आप कितनी भी त्याग तपस्या कर ले किंतु अहंकार रूपी विकृति अपने में नहीं आनी चाहिए चाहे हम कितनी भी तपस्या तब आराधना कर ले किंतु अहंकार रूपी भाव हमारे मन में नहीं आना चाहिए जिससे हमारी तपस्या सार्थक नहीं होती
धर्म सभा के पूर्व आचार्य श्री अपने मुनि भगवानतो केसाथ बोटडा मंदिर प्रतिष्ठा कर
उग्र पैदल विहार 700 किलोमीटर चलकर कुशलगढ़ मंगल प्रवेश किया जहां समाज के अलावा अन्य समाज जनों ने गुरुदेव की अगवानी में पलक पावडे बिछादिए
गुरुदेव की अगवानी के लिए *क्षेत्रीय विधायक रमिला खड़िया पूर्व संसदीय सचिव भीमा भाई डामोर पंचायत समिति प्रधान कन्हीग रावत नगर पालिका अध्यक्ष बबलू भाई मईडा नगर पालिका उपाध्यक्ष नितेश बैरागी* *मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष कमलेश कावड़िया उपाध्यक्ष रमेश गादिया वर्धमान स्थानकवासी श्री संघ के अध्यक्ष रजनीकांत खाबरिया दिगंबर समाज के महामंत्री हसमुखलाल सेट* *संघ के कैलाश राव* *पार्षद महावीर कोठारी नरेश गादिया महेंद्र शाह जितेंद्र अहारी महिंद्र परमार* सहित राजनीति व समाज बड़ी संख्या में उपस्थित थे सेठिया परिवार द्वारा नवकारसी का लाभ लिया गया
 बैंड बाजों के साथ गुरुदेव की अगवानी की
महिला मंडल मंगल कलश लिए चल रही थी जय गोस के साथ नगर प्रवेश किया नगर में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे जगह जगह गवली गुरुदेव और मुनि मंडल की की गई थी मंगल प्रवेशनगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ चल रहा था
मंगल प्रवेश में
मुकेश लुणावत जयंतीलाल चंडालिया अशोक श्रीमार पारस मेहता राजेंद्र मेहता राजेंद्र गादिया सुरेशगादिया राजेंद्र बस्सी वाला पवन गादिया संजय खेमसरा जिनेंद्र सेठिया पंकज लुणावत सीए प्रथीक मेहता सहित सैकड़ों श्रावक श्राविका साथ चल रहे थे
 मंगल प्रवेश यह केसरिया नाथ मंदिर पहुंचा जहां आचार्य *विजय नित्य सेन सूरी जी अपने साधु भगवंत वीर रत्न जी, चरित्र रत्न जी, प्रथम सेन जी, तारक रत्न विजय, प्रत्यक्ष रत्न, प्रतिक रत्न, निर्भय रत्न, आध्यात्म रत्न, निसंग रत्न, महाराज* का मंगल प्रवेश पहुंचा जहां गुरु भगवंततो ने मूलनायक केसरिया नाथ भगवान वह गुरु राजेंद्र श्री जी आचार्य देवेश जयंत सेन सुरीव्र प्रतिमा और चित्र ध्यान किया पश्चात धर्म सभा पहुंचे जहां
महिला मंडल
वह झाबुआ श्री संघ के अध्यक्ष भंडारी श्री संघ के अध्यक्ष कमलेश कावड़िया वर्धमान शिव संघ के अध्यक्ष रजनीकांत खबरिया दिगंबर समाज के महामंत्री हसमुखलाल सेठ चंद्रकांत मेहता नेअपने विचार व्यक्त किए
मूर्तिपूजक श्री संघ स्थानकवासी श्री संघ ने गुरुदेव को कामली उड़ाई
सेठिया परिवार का बहू मान किया गया
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