*महिलाओं ने सीखा फव्वारे दार खेती के गुण*
*महिला किसानों को खेती की नई तकनीकी पर दिया गया प्रशिक्षण*
*सबको बताएं पानी व्यर्थ ना बहाएं - रंजन*
सुभाष तिवारी लखनऊ
पट्टी प्रतापगढ़
कोठियार ग्राम के पंचायत भवन में तरुण चेतना एवं चाइल्ड फण्ड इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में जल दिवस के अवसर पर *महिलाओं ने सीखे फव्वारेदार खेती के गुण*
संघर्षशील महिला प्रोड्यूसर कंपनी की महिलाओं को जेंडर समानता व जलवायु अनुकूल पर आधारित फव्वारेदार सिंचाई पर प्रशिक्षण दिया गया जिसे महिलाओं के खेतों में खुद करके सीखा।
चाइल्ड फण्ड इंडिया अयोध्या से आये संतोष द्वारा बताया गया कि जल है तो आने वाला कल है मिनी स्प्रिंकलर को कैसे सेट किया जायेगा और पाइप में बैंड कैसे लगाया जाय इसकी जानकारी विस्तार रूप से महिला किसानो को दी गई इस विधि से खेत की सिचाई करने से पानी की बचत होगी और समय भी कम लगेगा।
महिला किसानो ने खुद आगे आकर सिचाई के पाइप में स्प्रिंकलर और बैंड को सेट किया और उस पर परीक्षण किया।
इसी क्रम में रंजन श्रीवास्तव ने कहा कि सबको बताएं पानी व्यर्थ ना बहाएं। महिला किसानो को बौछारी सिचाई के फायदे के बारे में बताया इस विधि से सिचाई करने से कम समय में खेत की सिचाई अधिक की जा सकती है और बौछारी सिचाई से पौधों की जड़ तक पानी जल्दी पहुच जाता है। इस विधि से सिचाई करने से कम पानी से ज्यादा खेत की सिचाई की जा सकती है।
और इस विधि के सिचाई करने से फसल भी अच्छी होती है
रंजन श्रीवास्तव ने महिलाओं को फार्मर्स प्रोडूसर कंपनी के बारे में बताया की सर्व प्रथम हम अपने कंपनी में छोटे विजनेस से शुरुआत करे। इसी क्रम तरुण चेतना के निदेशक मो. नसीम अंसारी जी ने महिला किसानो को बताया कि कंपनी में जुड़कर महिलाये आत्मनिर्भर होगी। और हम पानी की बचत नहीं करेंगे तो आगे आने वाले समय में पानी की विकराल समस्याओ का सामना करना पड़ेगा इस कार्यक्रम में मु. शमीम अंसारी ,मुजम्मिल हुसैन ,राकेश गिरि ,कलावती , शकुंतला , बृजलाल वर्मा और महिला किसानो ने प्रतिभाग किया