प्रयागराज मिशन रोड स्थित बिशप जॉनसन स्कूल एंड कॉलेज गर्ल्स विंग शाखा की प्रिन्सिपल की जल्द खुलेगी पोल
डाययसेस की ज़मीन पर अवैध रूप से स्कूल के संचालन पर दर्ज हो सकता है मुक़दमा
सुभाष तिवारी लखनऊ
(लखनऊ) सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर निकल कर आ रही है कि प्रयागराज मिशन रोड पर संचालित बिशप जॉनसन गर्ल विंग शाखा की मान्यता पर सवाल खड़े करते हुए समाजसेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार सुधीर कुमार मौर्य ने केंद्रीय बोर्ड सी०बी०एस०सी० के चेंयरमैन ० मनोज आहूजा को एक पत्र के माध्यम से पूछा की बिशप जॉनसन गर्ल विंग की मान्यता को किस आधार पर दिया गया है । जब की ज़मीन की लीस साल 1991 में खत्म
हो चुकी है । और वर्तमान में ज़मीन राज्य सरकार के सम्बद्ध है ।
मौर्य ने बोला की यह मान्यता फ़र्ज़ी काग़ज़ातों कें द्वारा ली गयी है जिससे कई छात्रों और शिक्षकों का भविष्य ख़तरे में पड़ चुका है । मौर्य ने सूचना के अधिकार अधिनियम के माध्यम से सीबीएसई पूछा है की ज़मीन का मालिकाना हक़ किसके पास है और किसने किसको कब दिया है ? बिना काग़ज़ातों की जाँच के देश की सबसे बड़ी शिक्षण नीति संस्थान सीबीएसई ने मान्यता कैसे दिया? क़यास लगायी जा रही है की इसमें कई बड़े और भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों के नाम भी आने की सम्भावना है । क्योंकि ज़मीन के काग़ज़ातों पें कही भी बिशप जॉनसन गर्ल का नाम नहीं चढ़ा है । श्री० मौर्य ने बताया कि जवाब आते ही मुकदमा दर्ज कराया जाएगा वहीं मसीही जागृति मंच के उपाध्यक्ष श्री पी०जॉनसन ने बोला कि प्रशासन यदि प्रिन्सिपल योजना लाल और उनके गैंग पर मुक़दमा नहीं दर्ज करता है तो वो मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में ऐप्लिकेशन दे कर मुक़दमा दर्ज कराएँगे । श्री० जॉनसन ने बोला की योजना लाल पत्नी हैं वाइस चैन्सेलर एस०बी० लाल ऐग्रिकल्चर इन्स्टिटूट कि, वह एक ग़ैर ईसाई महिला है और अपने फ़ायदे के लिए शिक्षकों का कई सालो से शोषण करती आ रही है ।