हरि कथा का श्रवण ही जीवन का सौभाग्य-आचार्य राहुल पाण्डेय पाराशर
अझारा मे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ मे प्रभु आराधना की बहीं बयार
सुभाष तिवारी लखनऊ
लालगंज, प्रतापगढ़। नगर के अझारा पूरे पाठक मे चल रही संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में समापन के दिन बुधवार को श्रद्धालुओं ने कथाश्रवण के दौरान प्रभु आराधना मे मगन दिखे। श्रीमदभागवत कथा मे कथाव्यास आचार्य राहुल पाण्डेय पाराशर जी महराज ने कहा कि कलिकाल मे श्रीहरि की कथा के श्रवण का भाग्य ही जीवन का सौभाग्य है। उन्होनें कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं के तहत प्राणी को मोक्ष मार्ग के लिए सदैव नीति और धर्म के अनुश्रवण की सीख दी है। कथाव्यास ने कहा कि भगवान् उसी पर कृपावान हुआ करते है जिसका चरित्र सुचरित्र हुआ करता है, और जो सदैव सत्य का वरण किया करता है। आचार्य जी ने श्रद्धालुओं से कहा कि सन्मार्ग के लिए जीवन का ध्येय सदैव सदाचरण और प्रभु के प्रति समर्पण का ही होना चाहिये। कथा के दौरान बीच बीच मे भक्त मण्डली द्वारा संगीतमय राधा-कृष्ण संकीर्तन से माहौल और भक्तिमय हो उठा दिखा। कथा के मुख्य यजमान पं.कन्हैयालाल मिश्र व सह संयोजिका कलावती मिश्रा ने रोली चंदन से व्यासपीठ का पूजन किया। व्यवस्थापक पं. जगन्नाथ मिश्र, अपर जिला जज जगन्नाथ मिश्र एवं अधिवक्ता रामेन्द्र मिश्र, शिक्षक बालेन्द्र पाण्डेय मोनू व रिटायर्ड सूबेदार मेजर राजकुमार मिश्र राजू ने भी व्यासपीठ का पूजन किया। आयोजक पं. अच्छे लाल मिश्र ने अतिथियों के प्रति आभार जताया। इस मौके पर विनोद मिश्र, प्रमोद मिश्र, प्रणव मिश्र, राजेश मिश्र, आशीष, आदर्श, आयूष, अतुल मिश्र, संकठा प्रसाद मिश्र, अशर्फीलाल मिश्र, प्रशांत मिश्र, संजय, राजीव आदि ने समापन बेला पर जुटे श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित करने मे जुटे दिखे। आभार प्रदर्शन अधिवक्ता राजेश मिश्र ने किया।