प्रयागराज । पूर्व प्रधान ने किया करोड़ों का घोटाला, अपात्रों को दिया पट्टा ।

 प्रयागराज ।


पूर्व प्रधान ने किया करोड़ों का घोटाला, अपात्रों को दिया पट्टा ।


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👉 फर्जी नाम से शौचालय दिखाकर हडप लिए सरकारी धन, उच्च अधिकारियों को शिकायत देने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही ।

👉 शिकायतकर्ता के परिजनों को फर्जी मुकदमे में फंसा कर बनाया गया दबाव

👉 सैनिक की जमीन पर किया गया अवैध कब्जा ,मंत्री ने जबरन सैनिक की जमीन पर बनाया रास्ता ।

👉 हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही , मामला जांच का विषय ।

सुभाष तिवारी लखनऊ

प्रयागराज । जनपद के विकासखंड भगवतपुर अंतर्गत अब्दुल बहाव उर्फ बरवा गांव में पूर्व प्रधान व उसके पति ने करोड़ों का घोटाला किया है ,जिसकी जांच हेतु गांव के ही मनीष तिवारी एवं देशराज दुबे ने कई बार उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा - शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है । 


बता दें कि इस गांव में प्रधान व सेक्रेटरी ने 172 लोगों को 2018-19 में आवासीय पट्टा किया है जिसमें फर्जी है । इसमे एसडीएम का आदेश भी उस पत्रावली में नहीं है । 38 मुस्लिमों लोगों के नाम से शौचालय बनाने का भी फर्जी लिस्ट में नाम है लेकिन शौचालय बना नहीं है क्योंकि गांव में कोई भी मुस्लिम नहीं है । इसी प्रकार देशराज दुबे पुत्र रामखेलावन के नाम से पट्टा नेट पर तो दिख रहा है लेकिन मौके पर नहीं मिला है । ग्राम सभा में तमाम घोटाला किया गया है लेकिन शिकायत के बाद भी जांच नहीं हुई है । पीड़ित ने बताया कि हाईकोर्ट ने जांच के लिए आदेश दिया है लेकिन फिर भी इस मामले में अधिकारियों ने चुप्पी साध रखा है । आज तक कोई जांच नहीं की गई है । इसी तरह सैनिक की जमीन पर कैबिनेट मंत्री द्वारा जबरन अवैध तरीके से रास्ता बनवा दिया गया है । 


इतना ही नहीं उसने बताया कि गांव के ही प्रकाश नारायण मिश्र व उमेश, नरेश एवं त्रियुगीनारायण आदि लोगों ने उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया है । जिसकी शिकायत कई बार अधिकारी को देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है । पूर्व प्रधान गायत्री शर्मा पत्नी संतोष राय का ग्राम सभा में गुंडाराज कायम है । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि रोड पर दूसरे के नाम का पट्टा करके खुद मार्केट बनवाया है । मजेदार बात तो यह है कि जो पट्टे की फाइल तैयार की गई है उसमें हस्ताक्षर भी अधिकारी का नहीं है ,मनमानी तरीके से पूर्व प्रधान ने पट्टे दिए हैं और जो भी पट्टा धारकों के नाम दर्ज 50% से ज्यादा अपात्र लोगों का पट्टा दिया गया है । इसी प्रकार अनुसूचित जाति के लोगों को भी पट्टा सिर्फ कागजो में दिया गया है । वास्तविकता यह है कि में ग्राम सभा की जमीन को बेचकर पूर्व प्रधान और उसके गुर्गों ने करोड़ों रुपया कमाया है । यदि इन सब मामलों की जांच हुई तो ग्रामसभा अब्दुल बहाव उर्फ बरवा में तमाम भ्रष्टाचार व प्रधान द्वारा किए गए घोटालों का पर्दाफाश उजागर होगा 

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