गणपति नगर में कचरे के ढेर से होता स्वागत
नगर परिषद साबित हो रही नरक परिषद
कचरा पात्र खुद बना कबाड़
सुरेशसैनी
झुंझुनू।नाम गणपति नगर और दर्शन होते गंदगी के ढेर से ।जी हां ! हम बात कर रहे हैं झुंझुनू शहर के मुख्य मार्ग मंडावा रोड पर बसे गणपति नगर की।जहां हर आने वालों को सर्वप्रथम होते हैं गंदगी के ढेर के दर्शन।हर वक्त लगे रहते हैं कचरे के ढेर और मौसमी बीमारियों को न्यौता दे रहा है वहां जमा व बहता पानी।डेंगू का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है वहीं चिकित्सा विभाग बना हुआ है कागजी शेर,जागरूकता रैलियों के माध्यम से लोगों को कर रहे हैं जागरूक वहीं विभाग खुद नहीं है कार्य के प्रति जागरूक।यहां एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं हो रहा है और ना ही फोगिंग।यहां से दिनभर निकले वाले वाहनों की वजह से एमएलओ का छिड़काव भी नहीं रह सकता ज्यादा समय सक्रिय।जिला कलेक्टर भी लगा चुके है चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को डेंगू तथा मौसमी बीमारियों की रोकथाम की विफलता पर लताड़।लेकिन नहीं सुधर रहे हालात।जिला मुख्यालय की शिक्षा हब रोड के नाम से विख्यात मंडावा रोड पर आधा दर्जन से अधिक स्कूल,कॉलेज स्थित है साथ ही हॉस्पिटल्स भी।जिसमें आना जाना रहता है हर रोज छात्र छात्राओं सहित हजारों लोगों का।वहां निवास करने वाले तथा अपनी आजीविका चलाने वाले दुकानदार हैं मौसमी बीमारियों के प्रकोप के चलते भयभीत।वहां रखा वर्षों पुराना कचरा पात्र खुद बन चुका है कबाड़।हालात तो यह है कि उपर से डालो कचरा नीचे से जाता है निकल और यहां का मंजर देखकर साफ समझ में आता है कि यहां कई दिनों तक नहीं होती सफाई और कचरा संग्रहण।ऐसे में नगर परिषद को नरक परिषद कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।