पीएचसी एवं सीएचसी स्तर पर डेंगू जांच की सुविधा करें विकसित: डाॅ. गर्ग
भरतपुर, 12 अक्टूबर। संस्कृत, तकनीकी शिक्षा एवं चिकित्सा राज्यमंत्री
डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि जिले में डेंगू के प्रकोप को मद्देनजर रखते
हुए चिकित्सा की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
चिकित्सा राज्यमंत्री डाॅ. गर्ग मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभागार में
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हे निर्देशित कर रहे थे।
उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्राथमिक
स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू के जांच की
सुविधा विकसित करें जिससे डेंगू रोगियों की जांच समय पर की जाकर उनका
तत्काल उपचार शुरू हो सके साथ ही डेंगू रोगियों के उपचार की व्यवस्था भी
पीएचसी एवं सीएचसी पर की जाए जिससे ग्रामीण क्षेत्र के रोगियों का उपचार
समीपस्थ स्थान पर हो सके जिससे जिला मुख्यालय के चिकित्सालय पर रोगियों
का दबाव कम हो सके। उन्होंने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि वे
ग्रामीण क्षेत्रों में मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छ वातावरण,
घरेलू उपचार एवं चिकित्सकीय सलाह समाचार पत्रों के माध्यम से व्यापक
प्रचार-प्रसार कराए।
चिकित्सा राज्यमंत्री डाॅ. गर्ग ने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे
डेंगू के प्रकोप की प्रभावी रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कोविड-19 के
संबंध में की गई व्यवस्थाओं के अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने
निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय के जनाना चिकित्सालय में अतिरिक्त बैड़ों की
व्यवस्था कर पृथक से विशेष वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करें जिससे डेंगू
रोगियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा
कि डेंगू एवं अन्य रोगियों की सुविधा के लिए आरबीएम चिकित्सालय एवं मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में हैल्पडेस्क स्थापित कर
दूरभाष नं. समाचार पत्रों के प्रकाशित कराऐ। उन्होंने निर्देश दिए कि
मौसमी बीमारी एवं डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण कर सामुदायिक
उपयों के साथ निगरानी रखें तथा जल भराव वाले क्षेत्रों में एन्टीलार्वा
अभियान चलाकर तेल डलवाया जाना सुनिश्चित करें साथ ही फोगिंग की कार्यवाही
समय-समय पर कराए।
डाॅ. गर्ग ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे
कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए चलाए गए घर-घर अभियान की भांति
एएनएम के माध्यम से घर-घर अभियान चलाकर सर्वे का कार्य कराए साथ ही मौसमी
बीमारी एवं डेंगू रोग से बचाव के संबंध में प्रचार सामग्री का भी वितरण
करवाए। उन्होंने पीएचसी एवं सीएचसी पर मौसमी बीमारियों संबंधी दवाओं का
पर्याप्त भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। उन्होंने राज्य के
मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य से बजट घोषणा के तहत स्वीकृत चिकित्सा
महाविद्यालयों एवं चिकित्सा सुविधाओं की प्रगति के संबंध में भी चर्चा
करते हुए राज्य सरकार द्वारा 87 करोड़ रूपये की लागत से द्वितीय चरण के
भवन निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए तथा चिकित्सा
व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मैंन पाॅवर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित
रखने के भी निर्देश दिए उन्होंने नगर निगम आयुक्त को नगर निगम क्षेत्र
में विशेष सफाई अभियान चलाने एवं फोगिंग का कार्य प्राथमिकता से कराने के
निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि डेंगू रोग के प्रकोप को
दृष्टिगत रखते हुए जनाना चिकित्सालय में अतिरिक्त बैंडों की व्यवस्था कर
विशेष वार्ड बना दिया गया है जिसमें डेंगू के क्रिटीकल रोगियों को भर्ती
किया जाएगा एवं रोगी के सुधार की स्थिति में एमब्यूलेंस के माध्यम से
आरबीएम चिकित्सालय में शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग
को जिलेभर में जलभराव वाले क्षेत्रों में अभियान चलाकर गढ्ढ़ों में दवा
छिड़काव कराया जा रहा है। बैठक में नगर निगम के आयुक्त कमल राम मीना ने
बताया कि नगर निगम क्षेत्र के जलभराव वाले क्षेत्रों में दवा डलवाई जा
रही है तथा नियमित रूप से क्षेत्रों में फोगिंग का कार्य भी प्राथमिकता
से कराया जा रहा है।
बैठक में नगर निगम पार्षद सतीश सोगरवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन
श्रीमती बीना महावर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. रजत श्रीवास्तव,
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मनीष चैधरी, उप मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॅा. असित श्रीवास्तव पुलिस उपधिक्षक शहर
सतीश वर्मा, जिला रसद अधिकारी सुभाष गोयल सहित संबंिधत विभागों के
अधिकारी मौजूद रहे।