पाकिस्तान से भारत नही भाजपा हारी है
-----सुभाष तिवारी लखनऊ-------------------------------------------------
सवाल इस बात का नहीं है कि कौन जीता कौन हारा? जिसने बेहतर खेला उसने मैच जीता, गर कोई हारा है तो सिर्फ और सिर्फ भाजपा हारी है, उसकी सोच हार गई है,उसकी झूठी, फर्जी नीतियां हारी हैं। वह चार सौ बीसी हारी है जिसको सफल बनाने के लिए जय शाह इस मैच को कराने को आतुर था। तुम पुलवामा भूल गए होंगे हम नही भूले, नही भूले जवानों की मौत।
देश में लगातार पांचवें दिन पेट्रोल के दाम बढ़े है, महंगाई सारी हदें तोड़ रही है कोविड ने करोड़ो लोगों से उनकी रोजी रोटी छीन ली है, समूचा नार्थ ईस्ट सांप्रदायिक राजनीति की आग में धू धू कर जल रहा है और आप चाहते हो कि यह सब भूलकर जनता क्रिकेट मैच देखे और जयशाह नाम के गुजराती बनिये के द्वारा चलाए जा रहे बीसीसीआई की आय में मनमुताबिक इजाफा हो। ऐसा कैसे चलेगा भाई?पहले पाकिस्तान से मैच को हम युद्ध की तरह देखते थे अब हम हर पल युद्ध मे हैं, लहूलुहान हैं, सामने तुम हो।
हमें नही चाहिए क्रिकेट! हमें फीलगुड नही हो रहा है। वह हिंदुस्तानी जो लगातार हर मोर्चे पर आपकी मौजूदगी में लगातार हार रहा है उसके लिए इस हार का कोई मतलब नही है। पाकिस्तान पहले से ही हारा हुआ मुल्क है, धर्म और जाति के नाम पर बनी कोई संस्था, कोई देश भला क्या किसी से जीतेगा? एक क्रिकेट मैच की हार के कोई मायने नही हैं। आप तो यह बताइए भारत का आम नागरिक कैसे और कब खुद को जीता महसूस करेगा?