भगवान श्रीराम के आदर्शो का अनुकरण जीवन के लिए परमावश्यक-आचार्य करूणेश जी
सुभाष तिवारी लखनऊ
, प्रतापगढ़। देवली के कोहरचका स्थित महादेव धाम मे हो रही रामकथा मे मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड उमडी दिखी। कथाव्यास आचार्य करूणेश महराज ने कहा कि भगवान श्रीराम ने बाल्य काल से ही मानव जीवन की सुख समृद्धि व प्रसन्नता का अपने अवतरण मे बोध कराया। उन्होनें कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन चरित्र माता-पिता तथा गुरू के सम्मान एवं भाईयों के प्रति प्रेम के अनूठे भाव को शाश्वत संदेश दिया करता है। आचार्य करूणेश जी ने कहा कि वर्तमान मे संस्कारों का हो रहा लोप चिंताजनक है। उन्होनें कहा कि संस्कार की सुरक्षा और बिखरते समाज को जोड़ने के लिए भगवान श्रीराम के ही आदर्शो का अनुसरण किया जाना चाहिये। कथा का संयोजन पूर्व प्रधान मनोज सिंह ने किया। आयोजन समिति की ओर से कथाव्यास का संयोजक मनोज ने श्रीअभिषेक भी किया। इस मौके पर जिपंस के प्रतिनिधि गणेश सिंह, राजेश मिश्र, जयसिंह, सतीश सिंह, प्रदीप सिंह, प्रशांत सिंह, राजू विश्वकर्मा, ओम प्रकाश दुबे, कैलाश विश्वकर्मा, अशोक यादव आदि रहे।