लाखों रुपए का चिकित्सा आवासीय भवन बनकर हुआ नाकारा सरकारी धनराशि का मोहकमपुरा भाभोरफलां में जमकर दुरुपयोग

 जनतंत्र की आवाज ब्यूरो बांसवाड़ा राजस्थान जगदीश चावडा

लाखों रुपए का चिकित्सा आवासीय भवन बनकर हुआ नाकारा

सरकारी धनराशि का मोहकमपुरा भाभोरफलां में जमकर दुरुपयोग



विश्व और पूरा देश वैश्विक महामारी कोविड -19 की दूसरी लहर की चपेट में होकर स्थितियां नियंत्रण के बाहर है शहरों सहित इस बार कोरोनावायरस संक्रमण गांवों में भी दस्तक दे चुका है वहिं कुशलगढ़ उपखंड की छोटी सरवा सीएचसी और मोहकमपुरा पीएचसी में स्टाफ और संसाधन के अभाव में आम जनता को नियमानुसार सरकारी चिकित्सा सेवाएं नहीं मिल पा रही है ऐसे में मोहकमपुरा सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक सहित स्टाफ के आवास के लिए लाखों रुपए की लागत से बना आवासीय भवन अब तक हैण्ड ओवर नहीं होने से नाकारा हो चुका है जानकारी अनुसार मोहकमपुरा पीएचसी के तहत पूर्व सरकार में भाभोरफलां स्कुल के पास सरकारी जमीन पर करीब तीन साल पहले एक करोड से अधिक लागत से चिकित्सक सहित स्टाफ के स्थायी निवास के लिए डबल स्टोरी आवासीय भवन जिनमें एम ओ आई सी ,कंपाउंडर,मेल नर्स,जी एन एम,ए एन एम सहित स्टाफ के लिए सर्वसुविधायुक्त आवासीय भवन का निर्माण किया  ठेकेदार फर्म की और से किया गया जहां मुख्य ठेकेदार ने अपना कमीशन निकाल अन्य किसी पेटी कांटेक्टर को काम देकर पूरा करवाया जहां भवन पूरा होने के बाद विभागीय लापरवाही के चलते आज दिन तक भवन को विभाग ने अधिग्रहण नहीं किया जिसके नतिजे में भवन की दो साल से कोई देखरेख नहीं होकर रात में अवैध गतिविधियों का केंद्र बन चूका है यहां बता दें कि कस्बे में सरकारी अस्पताल में नियमानुसार जांच और सुविधा नहीं होने से एमपी सीमावर्ती पीएचसी के तहत आने वाली विभिन्न पंचायतों के गांवों के आमजन को चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं होने से क्षेत्र में नीम हकीमों की अमान्म तरिके से आधा दर्जन से अधिक दवाखाने संचालित है बताया जा रहा है कि पीएचसी परिसर में बरसों पहले बने आवासीय क्वाटर जर्जर अवस्था में है ऐसे में नवीन भवन बनने के बावजूद अधिग्रहण नहीं होने से स्टाफ को रहने में भी भारी समस्या है ।

फोटौ  विडियो घाटा क्षेत्र की मोहकमपुरा पीएचसी के तहत भाभोर फलां में दो साल लाखों की लागत से बनकर तैयार नाकारा भवन

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