बांसवाड़ा राजस्थान से जनतंत्र की आवाज रिपोर्टर जगदीश चावडा
सज्जनगढ़ के निराश्रित चार नाबालिग बच्चों का न्यायपीठ ने किया शिक्षा के लिए पुनर्वास
बांसवाड़ा जिले की सज्जनगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में ब्लाक स्तरीय बाल संरक्षण इकाई की सजगता से निराश्रित दो परिवारों के चार बच्चों का शिक्षा के लिए जिला समिति न्यायपीठ ने पुनर्वास कराया।क्षेत्र के भुराकुंआ गांव में तालाब फलां व पटेलफलां में दो पृथक परिवारों के चार बच्चों जिनमें दो बालिकाएं और दो बालक के सिर से पिता का साया उठ जाने से इन निराश्रित बच्चों के बारे में बाल कल्याण समिति बांसवाड़ा के पूर्व अध्यक्ष गोपाल पण्डया व शिक्षाविद् नरेंद्र जोशी ने वागधारा स्थित चाइल्ड लाइन को सूचित किया जिस सूचना को तुरंत प्रभाव से संवेदना पूर्वक लेते हुए समिति सदस्य मधुसूदन व्यास सहित चाइल्ड लाइन टीम सहित विकास अधिकारी भरतलाल के साथ टीम मौके पर गांव में पहुंची तथा हालात का जायजा लेकर चारों बच्चों के परिजनों के साथ आवश्यक पत्रावली लेकर समिति के समक्ष पेश करने निर्देशित किया गया ।समिति के निर्देश की पालना में भुराकुंआ निवासी स्वर्गीय प्रभु डामौर और स्वर्गीय प्रभु डिंडोर के चार बच्चों का शिक्षा के लिए पुनर्वास के आदेश जारी करते हुए दो बालिकाओं को आश्रय सेवा संस्थान द्वारा संचालित उमा निराश्रित बालिका गृह तथा दो बालकों को राधा स्वामी महिला सोसायटी में अपना गृह बालगृह में भेजकर प्रभारी को निर्देशित कर उनके गृहों में पुनर्वास के साथ शिक्षा के साथ जोड़कर पालना रिपोर्ट प्रस्तुत करने करने के निर्देश प्रदान किए गये। शुक्रवार को सज्जनगढ पंचायत समिति लिपिक नरेंद्र गर्ग व चाइल्ड लाइन की टीम सदस्यों में कमलेश बुनकर तथा बसुडा कटारा के साथ चारों निराश्रित बच्चे अपने परिजनों के साथ तीन सदस्यीय न्यायपीठ में शांतिलाल चौबिसा , मधुसूदन व्यास व श्याम कुंवर परिहार के समक्ष प्रस्तुत हुए जहां समिति ने पत्रावलियों का निरीक्षण कर आवश्यक कारवाई सम्पादित की।
फोटो बांसवाड़ा जिले के सज्जनगढ क्षेत्र के निराश्रित चार बच्चों का शिक्षा के लिए पुनर्वास की कारवाई करते समिति टीम सदस्य