बीकानेर के शराब कारोबार जगत पर दो नामी समूहों का दबदबा*

*बीकानेर के शराब कारोबार जगत पर दो नामी समूहों का दबदबा*

 बीकानेर। शहर में सालों तक अंग्रेजी-देशी शराब कारोबार जगत पर अपना कब्जा रखने वाले बीकानेर के दोनों समूहों ने इस बार भी कब्जा कायम रखा है,पता चला है कि शराब दुकानों के आंवटन को लेकर पिछले सप्ताह हुई लॉटरी में इन दोनों समूहों के नाम अंग्रेजी शराब की छह कमाईदार दुकानें आवंटित हुई है,इसके अलावा देशी शराब के कई समूह भी इनके नाम आवंटित हुए है। हालांकि आबकारी विभाग की ओर से जिले की शराब दुकानों के आवंटन की लॉटरी पारदर्शी ढंग निकाली गई थी,लेकिन लॉटरी में अंग्रेजी शराब की कमाईदार दुकानें और देशी ठेके शहर के दो नामी समूहों के नाम निकलने को लेकर सवाल उठ रहे है। जानकारी के अनुसार पिछले पिछले साल की लॉटरी में पिछड़े मालावत और निर्वाण समूह शहर की कमाईदार दुकाने आंवटित करवाने से वंचित रह गये थे,लेकिन इस बार दोनों समूहों ने कोई ऐसा फंडा आजमाया कि एक-दो नहीं बल्कि अंग्रेजी शराब की छह कमाईदार दुकानें इनके लोगों को आंवटित हुई है। इनमें मालावत समूह के चार तथा निर्वाण समूह के लोगों को दो दुकानें आंवटित हुई है,इसके अलावा देशी शराब के कई कमाईदार ठेके भी इन्हे आंवटित हुए है। शराब कारोबार जगत से जुड़े लोगों ने बताया कि पिछले साल नामी वाईन्स ग्रुप का दबादबा था लेकिन इसबार शराब के कमाईदार ठेके आंवटन कराने में बढत बनाते हुए मालावत और निर्वाण समूहों ने अपना दबदबा कायम कर लिया है। अपने लोगों को आवंटित हुए शराब ठेकों के अलावा भी दोनों समूहों ने अंग्रेजी-देशी शराब के कई ठेकों का किरायानामा अपने नाम करवा लिया है। पता चला है कि वाईन्स ग्रुप का दबदबा खत्म करने के लिये इस बार दोनों समूहों के नामी कारोबारी एकजुट हुए है। वहीं वाईन्स ग्रुप के लोगों ने इस बार ठेका आंवटन की लॉटरी प्रक्रिया पर संदेह जताते हुए आश्ंाका जाहिर की है कि हमारे लोगों ने भी मालावत और निर्वाण समूहों के बराबर आवेदन भरें थे,इसके बावजूद मालावत और निर्वाण समूहों के लोगों को छह कमाईदार अंगे्रजी शराब ठेकों का आंवटन हो जाना लॉटरी प्रक्रिया पर प्रश्रचिन्ह है।


टिप्पणियाँ